हमारे परिवेश के पदार्थ वन लाइनर
*कोई भी चीज जो स्थान घेरे, जिसमें द्रव्यमान हो और जो अवरोध उत्पन्न करे, पदार्थ कहलाती है।
# पदार्थ का वह शुद्ध रूप जिसकी एक निश्चित संरचना हो एवं जिसके स्पष्ट गुण हो, द्रव्य कहलाते है।
# पदार्थ तीन अवस्थाओं में पाया जाता है-- ठोस, द्रव और गैस।
# पदार्थ के कणों के मध्य स्थित बल अंतरा-अणुक-आकर्षण बल कहलाता है।
# ठोस पदार्थ की आकृति और उसके आयतन निश्चित होते हैं।
# द्रव पदार्थ की आकृति निश्चित नहीं होती , किन्तु उसका आयतन निश्चित होता है।
# गैसीय पदार्थ की आकृति और आयतन दोनों अनिश्चित होते हैं।
# ठोस पदार्थ असंपिडिय होते हैं।
# द्रव पदार्थ भी लगभग असंपिडय होते हैं।
# गैसीय पदार्थ संपिडय होते हैं।
# पदार्थ के कण अनवरत गतिमान रहते हैं।
# ताप में वृद्धि होने पर पदार्थ के कण अधिक तेजी से गमन करने लगते हैं।
# दाब की इकाई पास्कल होती है।
# पदार्थ की चतुर्थ अवस्था प्लाज्मा अवस्था कहलाती है।
# पदार्थ की पंचम अवस्था बोस--आइंस्टाइन कंडेंसेट कहलाती है।
# द्रव का कवाथनांक जितना ही कम होता है उसका वाष्पन उतनी ही तेजी से होता है।
# द्रव का ताप जितना ही अधिक होगा उतनी ही तीव्रता से द्रव का वाष्पन होगा।
# द्रव की सतह का क्षेत्रफल जितना अधिक होता है, वाष्पन उतनी ही तेजी से होता है।
# वायु का वेग अधिक होने पर वाष्पन तेजी से होता है।
# बर्फ़ का द्रवणांक 0 डिग्री सेल्सियस होता है।
# जल का क्वथनांक 100 डिग्री सेल्सियस होता है।
# ताप को डिग्री सेल्सियस, डिग्री फारेनहाइट तथा केल्विन में मापा जाता है।
# काली वस्तु ऊष्मा का अवशोषण अधिक करते हैं तथा उजली वस्तु ऊष्मा को परावर्तित कर देता है।
# पदार्थ की प्लाज्मा अवस्था का उपयोग प्रतिदिप्त ट्यूब और नियॉन संकेत वाले बल्ब के निर्माण में किया जाता है।
# किसी ठोस पदार्थ का सीधे वाष्प में परिवर्तन उध्वरपातन कहलाता है।
# वाष्पन की प्रक्रिया से ठंडक उत्पन्न होती है।
# वायु का दाब जैसे -जैसे घटता है, वैसे-वैसे द्रव का क्वथनांक घटता है।
# गैस का द्रव में परिवर्तन संघनन कहलाता है।
# वाह ताप जिसपर ठोस द्रव में परिवर्तित होता है,द्रवणांक कहलाता है।
# पदार्थ के कणों को एक साथ बांधकर रखने वाला बल अंतरा-अणुक बल कहलाता है।
# विसरण के कारण इत्र की गंध वायु में चारों ओर फैल जाती है।
# बर्फ़ का घनत्व जल के घनत्व से कम होता है इसलिए बर्फ़ जल में तैरता है।
# उच्च ताप के कारण सौरमंडल में प्लाज्मा अवस्था की उत्पत्ति होती है।
#गर्म करने पर गैस का आयतन बढ़ जाता है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें